देश के बड़े मीडिया घरानों में से एक टीवी टुडे ग्रुप(आजतक,तेज़,हेडलाइंस टुडे,मेल टुडेऔर सभी भाषाओं में निकलने वाले इण्डिया टुडे) आदि के समूह अध्यक्ष अरुण पूरी ने इण्डिया टुडे के दक्षिण भारत संस्करण के लिए फिल्म स्टार रजनीकांत पर केन्द्रित चोरी का सम्पादकीय लिखा है.फ़िल्मी दुनिया के चोर क्षमताशीलों से शब्द उधार ले कहें तो उन्हें यह 'इंस्पिरेशन'स्लेट नाम की अंग्रेजी वेबसाइट में छपी 'ग्रैडी हैंड्रिक्स'की खबर से मिला है,जिसके दो पाराग्राफ़ में तो एक हर्फ़ भी इण्डिया टुडे (दक्षिण भारत संस्करण,१८ अक्तूबर २०१०) में बदला नहीं है.
यह सूचना हम सब युवा पत्रकारों-लेखकों के लिए आश्चर्यजनक है और आदर्शों के गहरे गिरते जाने का नया नमूना भी.अबतक ख़बरों को चुराए जाने की ख़बरें तो पत्रकारों के बीच रहा करती थीं मगर सम्पादकीय भी चुरानी पड़ती है, नयी ब्रे-अकिंग न्यूज़ है. साथ ही सवाल यह भी है कि काम के पत्रकारों को घोडा बनाने वाले इन मालिक सरीखे संपादकों की ऐसी क्या मजबूरी आ जाती है जो उधारी भी नहीं, चोरी की विद्वत्ता झाड़ते हैं.
इण्डिया टुडे के सम्पादकीय का वह हिस्सा जिसे स्लेट मैगज़ीन से कट-पेस्ट किया गया है...
जैकी चैन एशिया में सबसे अधिक पारिश्रमिक पाने वाले अभिनेता हैं,यह बात समझ में भी आती है। वे 1980से अपनी फिल्में बना रहे हैं,निर्देशन और अभिनय कर रहे हैं। उन्होंने हालीवुड की ‘’रश ऑवर’’ और ‘’दी कराटे किड’’ जैसी सुपर-डुपर हिट फिल्मों से लाखों कमाए हैं। लेकिन दूसरे स्थान पर एक ऐसे इंसान है जिसके लिए इसका कोई मतलब नहीं है। एशिया में सबसे अधिक पारिश्रमिक पाने वाला अभिनेता गंजा है, प्रौढ़ है और उसकी तोंद निकली हुई है, वह तमिलनाडु राज्य से आता है, वह मूंछे रखता है जो कि 1986 से ही फैशन से गायब हो चुकी है। यह है रजनीकांत और वे केवल अभिनेता भर नहीं हैं। वे प्राकृतिक शक्ति हैं, अगर एक बाघ तूफान के साथ संभोग करे और उसका बाघ-तूफान बच्चा भूकंप से शादी कर ले तो उनसे होने वाला बच्चा रजनीकांत होगा। जैसे कि समझौते के मुताबिक उनकी फिल्मों का श्रेय उन्ही को मिलता है। अगर आपने अबतक सुपरस्टार रजनीकांत के बारे में नहीं सुना है तो, आप एक अक्तूबर को सुन लेंगे, जब उनकी फिल्म ‘ एंदिरन’ (दी रोबोट) दुनिया भर में रीलीज होगी। यह भारत की अबतक की सबसे महंगी फिल्म है। अबतक की किसी भी भारतीय फिल्म की तुलाना में इसे सबसे बड़ी ओपनिंग मिलेगी, सिनेमाघरों में इसके 2000 हजार प्रिंट एक साथ दिखाए जाएँगे। ‘’ दी मैट्रिक्स ’’के यूओन वो पिंग ने इसके लिए एक्शन किए हैं,’’जुरासिक पार्क’’वाले स्टैन विंसटन स्टूडियो ने इसके डिजाइन तैयार किए हैं,जार्ज लुकास का लाइट इफेक्ट और जादू है और ‘’स्लमडॉग मिलिनियेएर ’’के लिए ऑस्कर पुरस्कार जितने वाले संगीतकार एआर रहमान ने इसकी धुनें तैयार की हैं। इसमें बहुत बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है। लेकिन इसके निर्माताओं को उम्मीद है कि उसकी वापसी हो जाएगी क्योंकि यह कोई फिल्म नहीं है बल्कि रजनीकांत की फिल्म हैं.
संक्षिप्त मगर महत्वपूर्ण तथ्यों को यहाँ देखें,क्योंकि असलियत जानने के लिए इण्डिया टुडे दक्षिण भारत संस्करण का वेब पर उपलब्ध नहीं है. एक दूसरी अंग्रेजी वेबसाइट काउंटर मीडिया पर भी इसे पढ़ा जा सकता है.
शर्मनाक! अरुण पूरी तुने ये क्या किया.
ReplyDeleteArun puri phyloshphy say: “lesser journalists borrow, great journalists steal.” hi hi hi
ReplyDeleteभैये ये तो लाइन से लाइन का मिलान हो रहा है. ये तो महान पत्रकारिता का कमाल है. अब उस बेचारे का सोचिये जिसने यह लिखा होगा क्योंकि अरुण पूरी को कहाँ फुर्सत.
ReplyDeleteArun Purie has been conferred several awards including Padma Bhushan,the B.D. Goenka Award for Excellence in Journalism, the ‘Journalist of the Year 1990′ by Indian Federation of Small and Medium Newspapers and The G.K. Reddy Memorial Award for Outstanding Contribution to Journalism.
ReplyDeleteअरुण पूरी को इतने पुरस्कार क्या इसी तरह से हस्तगत हुए हैं. दूसरे का लिखा चिपकाओ और कहो- 'साला मैं तो साब बन गया', सभी मीडिया में इसी तरह के रंगे सियार भरे पड़े हैं और सरजी कहलाते हैं.
'यह सूचना हम सब युवा पत्रकारों-लेखकों के लिए आश्चर्यजनक है और आदर्शों के गहरे गिरते जाने का नया नमूना भी'... भाई, अगर अरुण पुरी ही आपके आदर्शों में एक हैं तो सविनय निवेदन है कि पत्रकारिता छोड़ कर कुछ और बेचिए... आप तो ऐसे चौंक रहे हैं जैसे इंडिया टुडे और अरुण पुरी के बारे मे कुछ नहीं जानते। जरा पढ़ा भी करिए... हर बात में उंगली करना छोडि़ए।
ReplyDeleteइस गड़बड़ी के कारण इंडिया टूडे ने अपने मैनेजिंग एडिटर दिलीप बॉब को बाहर कर दिया है. www.raviwar.com ने यह आग लगाई और अब तमाशा देख रहे हैं.
ReplyDeleteSanjeev kumar
newscg@gmail.com