राजस्थान गौररक्षा दल के सह प्रभारी प्रवीण स्वामी ने अलवर-बहरोड़ हाइवे पर मारे गए पहलू खान के मामले में अपना पक्ष रखा।
पहलू खान के बेटे और पत्नी : इंसाफ की उम्मीद किससे करें जब मंत्री ही कह रहे हैं कि मौत हार्ट अटैक से हुई है |
बताया कि अगर गौ तस्कर हमारी आस्था से खिलवाड़ करेंगे तो हम उनके साथ ऐसा ही व्यवहार करेंगे, जैसा पहलू खान के साथ किया गया है। हालांकि उन्होंने पहलू खान की हत्या के मामले में गौ रक्षा दल के सदस्यों का हाथ होने से इनकार किया है पर वे ऐसा करने वालों के साथ हैं।
उन्होंने पहलू खान की हत्या से भी इनकार किया। गौ रक्षा दल के सह प्रभारी का कहना है, पहलू की मौत हॉर्ट अटैक से हुई है न कि लोगों ने उसकी हत्या की है। वह डरा हुआ था और मर गया।
उनका कहना है कि आस्था से खिलवाड़ के कारण लोगों का यह गुस्सा फूटा है, जिसका शिकार पहलू खान और अन्य लोग हुए हैं।
प्रवीण स्वामी के मुताबिक, 'हमारे ऊपर गौ तस्कर लगातार हमले कर रहे हैं। पर मीडिया इसको मुद्दा नहीं बनाती। वह कभी इन पहलुओं को नहीं दिखाती कि किन हालातों में वह गौ माता की रक्षा कर रहे हैं।'
प्रवीण स्वामी से बातचीत का अंश आप यहां सुन सकते हैं...
प्रवीण स्वामी से बातचीत का अंश आप यहां सुन सकते हैं...
मानवाधिकार संगठन पीयूसीएल ने इस मामलेे को संज्ञान लेते हुए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को वीडियो क्लिप के साथ एक विस्तृत पत्र लिखा है। पत्र में संगठन ने पहलू खान के परिवार को मुआवजा देने और घायलों का इलाज कराने और उनको भी मुआवजा देने की मांग की है।
पीयूसीएल महासचिव कविता श्रीवास्तव के अनुसार राजस्थान में यह गौरक्षकों के नाम पर गुण्डागर्दी बढती जा रही है। पहलू खान की हत्या दूसरी हत्या है। 30 मई, 2015 को अब्दुल गफ्फार खान की हत्या खीमसर तहसील, नागौर जिले में की गई थी। 19 मार्च को हुए जयपुर के होटल हैयात रब्बानी पर हमले में गौ माता को बीफ खिलाना होटल मालिक व उसके कर्मचारीयों के मत्थे मढ दिया गया, जो कि एक अच्छे चलते होटल को बन्द करने की साजिश के अलावा कुछ भी नहीं था।
पीयूसीएल महासचिव कविता श्रीवास्तव के अनुसार राजस्थान में यह गौरक्षकों के नाम पर गुण्डागर्दी बढती जा रही है। पहलू खान की हत्या दूसरी हत्या है। 30 मई, 2015 को अब्दुल गफ्फार खान की हत्या खीमसर तहसील, नागौर जिले में की गई थी। 19 मार्च को हुए जयपुर के होटल हैयात रब्बानी पर हमले में गौ माता को बीफ खिलाना होटल मालिक व उसके कर्मचारीयों के मत्थे मढ दिया गया, जो कि एक अच्छे चलते होटल को बन्द करने की साजिश के अलावा कुछ भी नहीं था।
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