पाकिस्तान की ओर मार्च कर चुकी सेना की पहली टुकड़ी। माना जा रहा है कि देशभक्तों की पहली टुकड़ी ही पाकिस्तान के नक्शे को मटियामेट कर देगी।
फिर भी अगर उस नापाक देश का नामोनिशान बचा रह गया तो आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के नेृतत्व वाली नब्बे के उम्र वालों की जाबांज टोली रवाना होगी।
बताया जा रहा है कि बुजुर्गों ने यह कदम मोदी के 'मनमोहिनी' अवतार के बाद उठाया है। बुजुर्ग स्वंय सेवकों को कहना है कि हम वीर कूंवर सिंह की धरती पर माटी पुत्र हैं जो 90 वर्ष की उम्र में दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे।
जय श्रीराम नारे के साथ आकाश को गुंजायमान कर डंडा लेकर बॉर्डर की ओर बढ़ रहे संघ के स्वंयसेवकों से जब पत्रकारों ने पूछा कि डंडे से कैसे करेंगे जटिल हथियारों का मुकाबला तो उनका जवाब था, 'दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए हथियार नहीं हौसला चाहिए होता है और वह हमारे में कूट—कूट के भरा है। हथियार तो कायरों को सुशोभित होता है।'
इस जवाब पर एक अन्य पत्रकार ने पूछा, 'तो डंडा किसलिए लिए जा रहे हो ताउ'
इस सवाल पर संघ का स्वंय सेवक तपाक से बोला, 'बेट्टा जी, हौसले से चढ़ाई तो नहीं होती। बाकि का क्या वह तो हो ही जाएगी।' फोटो — डॉ योगेन्द्र
फिर भी अगर उस नापाक देश का नामोनिशान बचा रह गया तो आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के नेृतत्व वाली नब्बे के उम्र वालों की जाबांज टोली रवाना होगी।
बताया जा रहा है कि बुजुर्गों ने यह कदम मोदी के 'मनमोहिनी' अवतार के बाद उठाया है। बुजुर्ग स्वंय सेवकों को कहना है कि हम वीर कूंवर सिंह की धरती पर माटी पुत्र हैं जो 90 वर्ष की उम्र में दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे।
जय श्रीराम नारे के साथ आकाश को गुंजायमान कर डंडा लेकर बॉर्डर की ओर बढ़ रहे संघ के स्वंयसेवकों से जब पत्रकारों ने पूछा कि डंडे से कैसे करेंगे जटिल हथियारों का मुकाबला तो उनका जवाब था, 'दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए हथियार नहीं हौसला चाहिए होता है और वह हमारे में कूट—कूट के भरा है। हथियार तो कायरों को सुशोभित होता है।'
इस जवाब पर एक अन्य पत्रकार ने पूछा, 'तो डंडा किसलिए लिए जा रहे हो ताउ'
इस सवाल पर संघ का स्वंय सेवक तपाक से बोला, 'बेट्टा जी, हौसले से चढ़ाई तो नहीं होती। बाकि का क्या वह तो हो ही जाएगी।' फोटो — डॉ योगेन्द्र
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