ये आदिवासी लड़की एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है.इसे बालों से बांधकर केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों ने गाँव की गालियों में घसीटा था. इस इंटरव्यू की एक प्रति राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष और कांग्रेसी सांसद गिरिजा व्यास के हाथ में भी सौंपी गयी थी. परन्तु न्याय मिलना तो दूर, कोई जाँच करने की भी जहमत नहीं की गयी.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार की बातचीत
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार की बातचीत
sharmnak.....oof
ReplyDeleteमीडिया का उभरता एक सशक्त माध्यम है जनज्वार. हम सभी को उम्मीद है जनज्वार यह तेवर बनाये रखेगा. प्रधानमंत्री से मनमाफिक सवाल पूछने पहुंचे संपादकों में से किसी की निगाह इस पर नहीं पड़ेगी क्योंकि यह आरुषि या जेसिका लाल जैसी मर्डर मिस्ट्री नहीं है.
ReplyDeleteAjay, tumhara kaam kamal ka hai. aise na jane kisse hain aas paas. ghin aati hai ki isi samaj me ham hain aur khud ko jagrook kahte hain.
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