Jan 12, 2011

‘दिशा’ के खिलाफ दिल्ली में भी बैठक


दिल्ली विश्वविद्यालय में 11दिसंबर को सामाजिक कार्यकर्ताओं,शिक्षकों और वकीलों ने बैठक कर दिशा छात्र संगठन कार्यकर्ताओं द्वारा परिवर्तकामी छात्र संगठन के नेता चक्रपाणि पर किये कायराना हमले की भर्त्सना  की है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 5दिसंबर की रात चार फाटक के नजदीक  चक्रपाणि पर यह हमला बातचीत के बहाने बुलाकर दिशा के करीब 15-20 कार्यकर्ताओं ने किया था। इस हमले में चक्रपाणि को अंदरूनी चोटें आयी हैं।

दिशा छात्र संगठन प्रमुख: ये तो बाजा 
बजाते हैं, गुंडई कौन कराता है.   
क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन द्वारा आयोजित इस बैठक को लेकर जारी प्रेस विज्ञप्ती में कहा गया है कि वजह चाहे जो हो,मगर घात लगातर किये गये इस हमले को कहीं से भी न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। इसलिए राजनीतिक चेतना के मशालधारियों को अब सावधान हो जाना चाहिए। बैठक में शामिल हुए दिल्ली विश्विद्यालय  के शिक्षक कुमार संजय सिंह ने कहा कि ‘दिशा के लोगों ने जो मारपीट की है उसकी अब सिर्फ भर्त्सना  ही नहीं ठोस कार्यवाही भी होनी चाहिए, जिससे इस तरह की घटनाओं का दोहराव बंद हो।’

सामाजिक कार्यकर्ता जेपी नरेला की राय में ‘दिशा द्वारा छात्र नेता पर किया गया हमला कोई नायाब नहीं है। यह संगठन पहले भी नेतृत्व की सहमति से ऐसे हमले करते रहा है। दूसरी बात यह कि माफी मांगने की होशियारी भी नेतृत्व की चालबाजी का हिस्सा रहा है। इसलिए अब जरूरत उस कार्यवाही की जिससे ये लोग अगली गुंडई से बाज आयें।’ दिल्ली विश्विद्यालय  के शिक्षक राकेश रंजन ने भी इस घटना की भर्त्सना  की।

क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के कमलेश ने चक्रपाणि पर किये गये इस हमले की पुरजोर भत्र्सना की और मांग रखी कि जिम्मेदार नेतृत्व इस दिशा के इस कायराना करतब पर तत्काल लिखित माफी मांगे। आगे के कार्रवाई के तौर पर बैठक में शामिल लोगों ने पूरे मामले की जानकारी के लिए एक जांच टीम गोरखपुर भी भेजने का निर्णय लिया है। इस मामले में अगली बैठक 18दिसंबर को होनी है। बैठक में राजनीतिक कार्यकर्त्ता  अंजनी कुमार, दिल्ली स्टुडेंट यूनियन के कुंदन, क्रांतिकारी युवा संगठन के सुनील समेत करीब दो दर्जन लोग मौजूद थे।


1 comment:

  1. मैं भी इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं

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