आज अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर जारी एक रिपोर्ट में भारत को दुनिया के सर्वाधिक भ्रष्ट देशों में गिनती की गयी है। भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशल की रिपार्ट के मुताबिक भारत के 74 फीसदी लोगों ने स्वीकार किया है कि पिछले तीन वर्षों में देश के भीतर भ्रष्टाचार के प्रतिशत में बढ़ातरी हुई है। लोगों की निगाह में पहले नंबर के भ्रष्टाचारी पुलिसकर्मी और दूसरे नंबर पर राजनीतिज्ञ हैं।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशल के देखरेख में ग्लोबल कॅरप्सन बैरोमीटर के जरिये किये गये इस सर्वें में दुनिया के 86 देशों के 91,500 लोगों शामिल किया गया है। सर्वे में शामिल 60फीसदी की राय में उनके अपने मुल्कों में भ्रष्टाचार लगातार बढ़ा है और हर चार में से एक आदमी ने यह भी कहा कि उसने पिछले वर्ष ही घूस दिया है।
भ्रष्ट देशों की गिनती में भारत के साथ नाइजीरिया,इराक,अफगानिस्तान भी हैं जहां सर्वेक्षण में शामिल बहुतायत के मुताबित उन्होंने कोई ना कोई काम कराने के लिए रिश्वत दी है। जबकि चीन,रूस और मध्यपूर्व में काम कराने के लिए एक तिहाई लोगों को घूस देना पड़ा।
ग्लोबल कॅरप्सन बैरोमीटर 2010में कुल ग्यारह क्षेत्रों को सर्वे में शामिल किया गया है,जिनकी भ्रष्टाचारी स्थिति इस प्रकार से है-
सर्वाधिक भ्रष्ट
राजनीतिक पार्टियां
बड़े पैमाने भ्रष्ट
पुलिस
प्रशासक
संसद
भ्रष्टाचार प्रभावित
निजी क्षेत्र
धार्मिक संस्थाएं
न्यायपालिका
मीडिया
शिक्षा तंत्र
कम प्रभावित
मिलिटरी
स्वंय सेवी संगठन(एनजीओ)
कोई यह बताये भारत का ऐसा कौन सा विभाग है जो ईमानदार है. जानकारी मिलते ही इस वेबसाइट पर जानकारी सार्वजनिक करें.
ReplyDeletemedia vale itane kukarm ke baad niche hi hain abhi, koi nahin barkhaon ne bhavisya ujjaval kar diya hai, jaldi hi police valon kee shreni meia vale paye jayenge.
ReplyDeleteबिलकुल सही कहा आपने. एक पत्रकार है शर्मा करके बिना पैसा लिए खबर नहीं छापता. उसका नाम रखा है लोगों ने 'कलम-चोर'.आपलोग कहिये तो उसका कच्चा चिठ्ठा लिखाकर भेजूं.
ReplyDeleteएक मोबाइल दूकानदार, मुजफ्फरनगर