देश के लाखों सिपाही इस तस्वीर की तरह जीते हैं. सिपाही के लिए साँस लेना जितना जरूरी होता है, यहाँ दिखने वाली हर चीज़ भी उससे कम जरूरी नहीं होती. रंगरूट जहाँ भी जाते हैं इसमें से कुछ भी छोड़ कर नहीं जाते.
धर्मं-अधर्म, न्याय-अन्याय, रोटी-पानी सबकुछ इस बक्से में है और दीवार पर पड़े असलहे इस बात के गवाह हैं कि जिंदगी यहीं से चलती है.
धर्मं-अधर्म, न्याय-अन्याय, रोटी-पानी सबकुछ इस बक्से में है और दीवार पर पड़े असलहे इस बात के गवाह हैं कि जिंदगी यहीं से चलती है.
उत्तर प्रदेश पीएसी का रंगरूट : हमने नहीं , रोटी ने जिंदगी को चुना है. फोटो- अजय प्रकाश |
ajayji bilkul sahi kaha aapne. desh ke lagbhag har sipahi ki haalt bayan karti hai ye tasveer. roti hi to jidgi choonti hai.
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