ब्रिटिश लेखक का खुलासा
अमेरिकी और ब्रिटिश सरकार को हिटलर द्वारा किए जा रहे नरसंहार के बारे में पता था लेकिन उन्होंने जानबूझकर रोकने के लिए नहीं उठाया था कोई कदम.....
पुरानी मान्यताओं के विपरीत यह पता चला है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान नाज़ी सरकार द्वारा की गई कार्रवाई के लिए जर्मनी के पूर्व तानाशाह अडोल्फ हिटलर को युद्ध अपराधों का दोषी ठहराया गया था।
ब्रिटिश शिक्षाविद् डैन प्लैश की नई किताब "हयूमैन राइट्स आफ्टर हिटलर" के अनुसार, दिसंबर 1944 में युद्ध अपराधों के लिए हिटलर को संयुक्त राष्ट्र युद्ध अपराध आयोग की पहली सूची में रखा गया था। साथ ही आयोग ने एक महीने पहले माना था कि नाज़ियों द्वारा की गई कार्रवाई के लिए हिटलर को आपराधिक रूप से ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है। इसके बाद मार्च 1945 के आखिर में और हिटलर की मौत से एक महीने पहले आयोग ने उस पर युद्ध अपराधों के लिए 7 अलग-अलग अभियोग लगाए थे।
ब्रिटिश वेबसाइट इंडिपेंडेट के मुताबिक 15 दिसंबर 1944 को चेकोस्लोवाकिया द्वारा आयोग को जमा कराए गए दस्तावेज़ो में हिटलर और उसकी सरकार के 5 सदस्यों को आरोपी ठहराया गया था। इसमें हिटलर के जूनियर रुडोल्फ हेस और हेनरिक हिमलर भी थे, जिनको यहूदियों के नरसंहार के लिए सबसे ज़िम्मेदार बताया जाता है। इसके अलावा प्लैश की किताब में यह भी बताया गया है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के मित्र राष्ट्र जर्मनी द्वारा यहूदियों के नरसंहार के स्तर के बारे में ढाई साल पहले ही पता चल चुका था।
साथ ही प्लैश बताते हैं कि अमेरिका और ब्रिटिश सरकारों को हिटलर की नाज़ी सरकार द्वारा यहूदियों के बड़े पैमाने पर किए जा रहे नरसंहार के बारे में पता था, लेकिन उन्होंने जान—बूझकर उसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। वहीं, नवंबर 1940 में सबसे पहले नाज़ी सरकार के अत्याचार की निंदा चेक और पोलिश सरकार ने संयुक्त वक्तव्य में की थी। इसके बाद 1942 में अमेरिकी, ब्रिटिश और रूसी सरकार ने अपने मित्र राष्ट्रों के साथ एक सार्वजनिक घोषणा कर हिटलर द्वारा यूरोप के यहूदियों पर किए जा रहे अत्याचार की स्पष्ट निंदा की थी।
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