प्रसिद्ध लेखिका और सामाजिक कार्यकर्त्ता अरुंधती राय ने दिल्ली के मंडी हाउस स्थित एलटीजी सभागार में २१ अक्टूबर को 'आज़ादी- द ओनली वे' नाम से आयोजित सम्मलेन में जो बोला उसको आधार बनाकर भारत सरकार १२४ए के तहत देशद्रोह मुक़दमा दर्ज कराने की तैयारी में है,जिसके तहत उन्हें आजीवन कारावास की सजा हो सकती है.सरकार यही मुक़दमा ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता सैएद अली शाह गिलानी पर भी दर्ज कराने के लिए विशषज्ञों से रायशुमारी कर रही है.
अरुंधती पर मुक़दमा दर्ज हो या नहीं इसको लेकर सरकारी महकमें में दो मत उभर रहे हैं.एक पक्ष का कहना है कि अरुंधती रॉय की गिरफ़्तारी होने से कश्मीर मसला अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का कारण बनेगा और इससे भारत के मुकाबले आज़ादी की मांग करने वालों को फायदा होगा.साथ ही यह कहा जा रहा है कि अरुंधती की गिरफ़्तारी होते ही भारत में भी माहौल गरमायेगा.दूसरी तरफ भाजपा इस मुद्दे को लगातार भुनाने में लगी हुई है,जिससे केंद्र की कांग्रेस सरकार तय नहीं कर पा रही है कि वह क्या करे.
अरुंधती का भाषण जिसके आधार पर सरकार उन्हें देशद्रोही साबित करने पर तुली है....
जो सही कहे वह देशद्रोही कहलाये. अरुंधती जिंदाबाद, कश्मीर की आज़ादी जिंदाबाद.
ReplyDeleteयह क्यों नहीं समझ में आता अरुंधती को कि भारत से कश्मीर को अलग करना न्याय नहीं है. कश्मीर में सिर्फ मुसलमान नहीं रहते और अरुंधती जिसके साथ खड़ी हैं वह गिलानी एक इस्लामी देश का सपना देखते हैं. इस पर व्यापक बहस हो. जनज्वार पर बहस लेन के लिए टीम को बधाई.
ReplyDeletejab tak kisi ke karib nahi jate tabkak uske bare nahi kaha ja sakta. main samjhta hun arundhati ray ne kashmir main rah rahe logon ke bare main aur apni govt ke bare jo kaha sahi kaha hain.
ReplyDeleteManoj Thakur
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thanks to ajay ji ko ki uska hindi main publish kiya
ReplyDeleteManoj Thakur