Jan 31, 2011

एक गाँव, एक महीना और पंद्रह मौतें


दुद्धी तहसील के  गांवों में हैण्डपम्प जबाब दे रहे है और कुएं सूख रहे है। पानी के अभाव किसानों की फसल पिछले चार वर्षो से बरबाद हो रही है और इससे पैदा हुई आर्थिक तंगी की वजह आदिवासी गेठी, कंदा खाने को मजबूर हैं... 

दिनकर कपूर

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद में जहरीले पानी को पीने से लगातार मौतें हो रही है। विगत एक माह में म्योरपुर ब्लाक के बेलहत्थी ग्रामसभा के रजनी टोला में रिहन्द बांध के जहरीले पानी को पीने से पन्द्रह बच्चों की मौत हो गयी है। इसके पूर्व भी इसी ब्लाक के कमरीड़ाड,लभरी और गाढ़ा में दो दर्जन से ज्यादा बच्चे रिहन्द बांध का पानी पीने से मर चुके है।

इस सम्बंध में जन संघर्ष मोर्चा के पत्र को संज्ञान में लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने लेकर जिलाधिकारी सोनभद्र को निर्देषित भी किया था और उनसे रिर्पोट भी तलब की थी बावजूद इसके जिला प्रषासन का रवैया संवेदनहीन ही बना रहा है। यहां तक कि आंदोलन के दबाब में प्रदूषण बोर्ड और मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा करायी गयी जांच से यह प्रमाणित होने के बाद भी कि रिहन्द बांध का पानी जहरीता है, यूपी  सरकार और जिला प्रषासन द्वारा इसे जहरीला बनाने वाली औद्योगिक इकाईयों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की गयी और न ही रिहंद बांध के आस पास बसे गांवों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गयी।

अगर समय रहते जिला अधिकारी सोनभद्र ने कार्यवाही की होती तो बेलहत्थी में बच्चों को मरने से बचाया जा सकता था। जनपद में विकास के लिए आ रहे धन की चौतरफा लूट हो रही है विकास के सारे दावे कोरी लफ्फाजी है। शुद्ध पेयजल देने में सरकार नाकाम रही है। आज भी लोग बरसाती नालों और बंधों का पानी पीने को मजबूर है और इससे विभिन्न बीमारियों का षिकार होकर बेमौत मर रहे है। अभी से ही इस पूरे क्षेत्र में पेयजल का संकट दिख रहा है।

१.रामधारी पुत्र बलजोर उम्र 1 वर्ष
2. रामकिशुन पुत्र वंश बहादुर उम्र 1 वर्ष
3. सुनीता कुमारी पुत्री छबिलाल उम्र 6 वर्ष
4. बबलू पुत्र शिवचरण  उम्र 1 वर्ष
5. मानकुवंर पुत्री ब्रजमोहन उम्र 8 वर्ष
6. सन्तोष कुमार पुत्र शंकर उम्र 1 वर्ष
7. सविता कुमारी पुत्री जीत सिंह खरवार उम्र 3 वर्ष
8. बबलू सिंह पुत्र जवाहिर सिह खरवार उम्र 2 वर्ष
9. चादंनी कुमारी पुत्री राजेन्द्र उम्र 3 वर्ष
10. मुनिया कुमारी पुत्री रामचरन उम्र 3 वर्ष
11. कुन्ती कुमारी पुत्री हिरालाल उम्र 2 वर्ष
12. लल्ला पुत्र देवनारायण उम्र 6 वर्ष
13. मुन्ना कुमार पुत्र सुभाष उम्र 2 वर्ष
14. जितराम पुत्र अशोक उम्र 2 वर्ष
15. बबिता कुमारी पुत्री रमाशंकर  उम्र 5 वर्ष

दुद्धी तहसील के तो गांवों में हैण्डपम्प जबाब दे रहे है और कुएं सूख रहे है। स्थिति इतनी बुरी है कि पानी के अभाव किसानों की फसल पिछले चार वर्षो से बरबाद हो रही है और इससे पैदा हुई आर्थिक तंगी की वजह से यहां के आदिवासी गेठी कंदा खाने को मजबूर है,जो की जहरीला है। यही नहीं इन बुरे हालतों में भी मनरेगा में काम कराकर मजदूरों की करोड़ो रूपया मजदूरी भुगतान नही किया गया। लम्बे संघर्षो से हासिल वनाधिकार कानून को जनपद में विफल कर दिया गया है।

आदिवासियों तक के उन अधिकारों को जिसे गांव की वनाधिकार समिति ने स्वीकृत कर दिया था उसे भी उपजिलाधिकारी ने खारिज कर दिया गया है। दूसरी तरफ जनपद में प्राकृतिक सम्पदा और राष्ट्रीय सम्पदा की चौतरफा लूट हो रही है। सोन नदी को बंधक बना लिया गया है और सेंचुरी  एरिया और वाइल्ड जोन में जहां तेज आवाज निकालना भी मना है वहां खुलेआम ब्लास्टिंग करायी जा रही है।

यहां की पहाडियों को लूटकर मायावती सरकार लखनऊ में पार्क और बादलपुर में महल बनाने में लगी हुई है। इस लूट के खिलाफ और आम नागरिकों की जिदंगी की रक्षा के के लिए जन संघर्ष मार्चा का आंदोलन जारी है।


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