tag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post8683101581800676392..comments2023-07-14T09:31:39.420-04:00Comments on जनज्वार ब्लॉग : मिट्टी में मिलाने में क्यों तुले हैं आप?Unknownnoreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-46192778654558797832010-07-13T09:14:18.526-04:002010-07-13T09:14:18.526-04:00अबकि बार हम सबसे ख़तरनाक हालातों के बीच खड़े हैं. इ...अबकि बार हम सबसे ख़तरनाक हालातों के बीच खड़े हैं. इमरजेंसी के समय विरोधी पक्ष मजबूत था. मगर आदिवासियों के ख़िलाफ शुरू किए गए इस युद्ध में जिनसे विरोध के लिए आगे आने की उम्मीद थी, वह सत्ता पक्ष की तेल मालिश कर रहे हैं. एक ही सवाल है- सत्ता की चुनौती से इस बार कैसे निपटा जाएगा. क्योंकि इस बार हार जाने का मतलब होगा हमेशा के लिए हार जाना और पूरी तरह से हार जाना.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-16935869284568735092010-07-12T13:33:42.505-04:002010-07-12T13:33:42.505-04:00उफ़ आलोक धन्वा भी!! वह पोस्टर अब सरकारी सामान बन ग...उफ़ आलोक धन्वा भी!! वह पोस्टर अब सरकारी सामान बन गया…Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-27516583958161612772010-07-12T07:20:25.583-04:002010-07-12T07:20:25.583-04:00राजेंद्र यादव जी अपनी सहूलियत हिस़ाब से तर्क भी नि...राजेंद्र यादव जी अपनी सहूलियत हिस़ाब से तर्क भी निकाल लिया करते हैं. <br /><br />अब देखना है कि इस सवाल पर वह क्या कहते हैं.shirish kharehttp://www.crykedost.blogspot.comnoreply@blogger.com