tag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post7937143541672079080..comments2023-07-14T09:31:39.420-04:00Comments on जनज्वार ब्लॉग : वे छुपते हैं कि चिलमन से झरता रहे उनका नूरUnknownnoreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-17544460144153357382016-02-06T21:15:49.491-05:002016-02-06T21:15:49.491-05:00पार्टी और कार्यक्रम से पहले सांस्कृतिक प्रबोधन! ची...पार्टी और कार्यक्रम से पहले सांस्कृतिक प्रबोधन! चीनी स्टालिनवादी, माओ के झूठे निम्न बुर्जुआ कार्यक्रम पर टिका यह नारा सिरे से फिसड्डी है। सांस्कृतिक क्रान्ति, उस महान सामाजिक क्रांति का हिस्सा है, जो सर्वहारा द्वारा सत्ता छीन लेने के बाद शुरू होगी। हमारे दौर में सर्वहारा का कार्यभार, नई संस्कृति की रचना है ही नहीं, यह शशि जैसे निकम्मे, क्षुद्र,निम्न-बुर्जुआ बुद्धिजीवियों द्वारा फैलाई गई प्रगल्प है। सर्वहारा का कार्यभार है पूंजी की सत्ता को ध्वस्त करना। नई मानवीय संस्कृति का निर्माण सिर्फ विजयी, क्रांतिकारी सर्वहारा ही करेगा।Rajesh Tyagihttps://www.blogger.com/profile/11558984853001730442noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-6439852162090913822010-07-30T03:10:53.329-04:002010-07-30T03:10:53.329-04:00JANAB AAP PATRAKAR HAIN AAP SE UMMEED KI JATI HAI ...JANAB AAP PATRAKAR HAIN AAP SE UMMEED KI JATI HAI KI AAP TATHYON KE SATH BALATKAR NAHIN KARENGE. RAGHUBANS MANI KI HATYA NAHIN HUI THI BALKI WAH EK ACCIDENT THA. BIJALI KA KAM KARTE SAMAY, TAR CHHU JANE SE UNKI MAUT HUI THI.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-60801601739450323662010-07-22T09:51:36.297-04:002010-07-22T09:51:36.297-04:00यार यह एक ओपेन सीक्रेट है लेकिन देखिये न आप भी भाई...यार यह एक ओपेन सीक्रेट है लेकिन देखिये न आप भी भाई साहब का नाम लेने से, मैं बता दूं- शशि प्रकाश, शर्मा गये…जिन मित्र ने एक्की-दुक्की नाम से कविता कमेंट लगाया है- वह यह कविता मुझे सुना चुके हैं- पर यहां असली नाम देने से शर्मा गये…,जो मुक्तिबोध का जाप कर रहे हैं वे एनानिमस हैं…किससे डर रहे हैं ये लोग्… यार ये शर्म ही सारे किये कराये पर मिट्टी दाल देती है…दूधनाथ 'संगठन' छोड़ गये पर यह नहीं कहेंगे कि बिगुल से उनका कभी कोई लेना-देना नहीं रहा, का विश्वनाथ वर्षों से अपना फ़ुलटाईम औषधालय चला रहे हैं पर इस पर नहीं अड़ेंगे कि उनका नाम दायित्वबोध से हटाया जाय्…ऐसी ही शर्म-और शर्म- यह जब तक ज़ारी रहेगी 'भाई साहब', 'बहन जी' और 'युवराज' की इंक़लाब की दुकान चलती रहेगी…Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-20970734683024967292010-07-22T07:44:41.296-04:002010-07-22T07:44:41.296-04:00प्रिय साथी,
आपने क्रांति के नाम पर धंधेबाजी करने व...प्रिय साथी,<br />आपने क्रांति के नाम पर धंधेबाजी करने वालों पर जो कुठाराघात किया है वह काबिले तारीफ है। मात्र इसी लेख से क्रांति के नाम पर धंधा करने वाले भाई साहब धंधेबाजी बंद तो नहीं करेंगे, लेकिन इतना तो जरूर होगा कि उनके इस दुकान में दीमक जरूर लगेगा जो इनकी दुकान को चालकर खत्म कर देगा। <br />क्रांति को बदनाम करने वाले इस शख्श को अकेले ही जिम्मेदार नहीं कहा जा सकता बल्कि वह सभी तथाकथित साहित्यकार और बुद्धिजीवी वर्ग जिम्मेदार हैं जो सबकुछ जानते हुए भी पुनर्जागरण, प्रबोधन के नामपर इस तथाकथित क्रांतिकारी संगठन को सहयोग कर रहे हैं। इसके बारे में बस इतना ही नहीं है बल्कि इसकी कार्यशैली घोर क्रांति विरोधी है। यह क्रांति के नाम पर जिंदादिली नौजवानों को इक_ा तो करता है लेकिन उन्हें एक सच्चा कम्युनिस्ट बनाने के बजाय मानवद्रोही बनने की ट्रेनिंग देता है और क्रांतिकारी सहयोग के नाम पर उनसे भीख मंगवाने से लेकर जनता से पैसा छीनने का ट्रेनिंग भी देता है। और बाद में वही क्रांति करने वाले जिंदादिली नौजवान क्रांति को गाली देते हुए क्रांति का दुश्मन बन जाते हैं। जो इससे बच जाते हैं या तो वे फ्रस्टेड हो जाते हैं या फिर पागल हो जाते हैं। शेष और भी बाद में......Jai Pratap Singhhttp://jaipratapsingh80@gmail.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-76141846418930398262010-07-22T07:35:21.257-04:002010-07-22T07:35:21.257-04:00अब तोड़ने ही होंगे दुर्ग सब ,ढहाने ही होंगे मठ और ...अब तोड़ने ही होंगे दुर्ग सब ,ढहाने ही होंगे मठ और गढ,करनी ही होगी शिखरों की यात्रा!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-34006884123020315952010-07-22T05:12:26.678-04:002010-07-22T05:12:26.678-04:00बनिया बामपंथी की लाइन
मध्य वर्ग और किसान
छि ... छि...बनिया बामपंथी की लाइन<br />मध्य वर्ग और किसान<br />छि ... छि ... छि ...<br />बाकी कमुनिस्ट आन्दोलन<br />थू पतित .. थू विघटित .. थू आतंकवादी ..<br />एन जी ओ वाले और मीडियाकर्मी<br />धिक् .. धिक् .. धिक्.. ..<br />बुद्धिजीवी और साहित्यकार<br />लानत है .. लानत है.. लानत है ..<br />पुनर्जागरण और प्रबोधन<br />क्रांति कर्म का अदभूत यह नारा<br />बाकी सब से करो किनारा<br />बोलो क्रन्तिकारी धंधेबाजी की<br />जय हो..<br /> जय हो..<br />जय हो..ekki dokkihttps://www.blogger.com/profile/13348753945957759566noreply@blogger.com