tag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post7612666613635361387..comments2023-07-14T09:31:39.420-04:00Comments on जनज्वार ब्लॉग : और दलित बध का सिलसिला कभी नहीं थमाUnknownnoreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-56255718583485488112011-05-31T07:13:17.024-04:002011-05-31T07:13:17.024-04:00विजय विनीत जी इस चुनोती को स्वीकार करने के लिए आ...विजय विनीत जी इस चुनोती को स्वीकार करने के लिए आपको साधुवाद !<br /> पत्रकारिता का विश्वास कुछ स्वार्थी एवं लालची एवं चाटुकार लोगो ने अपने इसी प्रकार के कृत्यों से क्षीण कर दिया है. लोकतंत्र के इस चोथे एवं महत्वपूर्ण स्तम्भा की गरिमा एवं विश्वास की रक्षा के लिए केवल आप ही क्यों हम सबको एकजुट प्रयास करना चाहिए<br />कितना सार्थक हे ये , खबर हर कीमत पर ?<br />में आपको ये सन्देश दूंगा की " वीर तुम बढे चलो धीर तुम बढे चलो ... "<br />भारत शर्मा<br />गाजियाबाद<br />9810179069Bharathttps://www.blogger.com/profile/02716310567847613792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-73559407391256073682011-05-31T00:55:00.445-04:002011-05-31T00:55:00.445-04:00मैं दिल से शुक्रगुजार हूँ विजय विनीत का जिन्होंने ...मैं दिल से शुक्रगुजार हूँ विजय विनीत का जिन्होंने पैसे के दौर में पत्रकारिता की है. अगर ऐसी खबरों पर सीरिज चलें तो लोगों को गंभीर खबरों में दिलचस्पी बढ़ेगी ही. मेरी राय में तो विजय विनीत को दलाल पत्रकारों का नाम भी खोलना चाहिए.शालिनी श्रीवास्तव, लखनऊnoreply@blogger.com