tag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post7192222208060000261..comments2023-07-14T09:31:39.420-04:00Comments on जनज्वार ब्लॉग : नेता रामदेव यादव अब बूट योग की बारी हैUnknownnoreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-64868734643843772102011-06-07T08:07:43.016-04:002011-06-07T08:07:43.016-04:00विदेशी बैंकों में जमा काले धन की वापसी का मामला सॉ...विदेशी बैंकों में जमा काले धन की वापसी का मामला सॉलिड मुद्दा है.Niranjan Singhnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-54887541695430778632011-06-07T08:02:09.480-04:002011-06-07T08:02:09.480-04:00बधाई हो सुमन जी. बहुत ही अच्छे ढंग से चुनौतियों को...बधाई हो सुमन जी. बहुत ही अच्छे ढंग से चुनौतियों को पेश किया है जो रामदेव के लिए आने वाली हैं. और चुत्तर योग के लिए तो उन्हें हर वक्त तैयार रहना चाहिए क्योंकि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर ही जाता है. मज आ गया पढ़कर.के. एन. राय, लखनऊnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-62035847765498733242011-06-07T04:11:14.188-04:002011-06-07T04:11:14.188-04:00जहाँ जनता की इतनी भीड़ हो वहां ला एंड आर्डर बनाए र...जहाँ जनता की इतनी भीड़ हो वहां ला एंड आर्डर बनाए रखना मुश्किल है, लेकिन इसकी आड़ लेकर जनता के लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन करना नाजायज एवं खतरनाक प्रवृत्ति है. जो सरकार लोकतंत्र के नाम पर कारसेवकों को अयोध्या में विवादित मस्जिद ढहाने तक की छूट देती है. उसका दिल्ली में इतना चौकन्ना आपरेशन उसके असुरक्षा बोध को ही दर्शाता है. राज्य के दमन का विरोध करने वाले राहुल गाँधी को भट्टा पारसौल ही दिखता है, दिल्ली का रामलीला मैदान नहीं. जहाँ शांतिपूर्वक सोये लोगों को बर्बरतापूर्वक खदेड़ा जाता है. बाबा रामदेव हिन्दू दर्शन (ब्राह्मण वाद/धारा) में आस्था रखने वाले अब्राह्मण योगगुरु हैं न कि महज धर्म-निरपेक्ष शरीर विज्ञानी. सच है कि जनता का गुस्सा बढ़ रहा है लेकिन साम्प्रदायिक/जातिवादी शक्तियों को उसका फायदा उठाने से रोकना होगा. बाबा का राजनीतिक आन्दोलन इंडीपेंडेंट होकर भी संघ के साये से मुक्त नहीं है. सामाजिक रूप से पिछड़े / दलित / किसान वर्ग रामदेव से उम्मीद / सहानुभूति रख सकता है , पर उनकी पूंजीवादी स्टाइल की रामराज्य पार्टी में उनकी दशा हनुमान व शम्बूक जैसी रहने की ही अधिक सम्भावना है. प्रगतिशील व रेडिकल लोगों को चाहिए कि वे जनता की समझदारी को बढाएँ और काले धन व व्यवस्था परिवर्तन में लगी एनर्जी को सही दिशा दें.Niranjan Singhnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-86676571475656608522011-06-07T02:50:09.188-04:002011-06-07T02:50:09.188-04:00आपका लिखा तो समझ में आ गया लेकिन आप राज्य दमन का व...आपका लिखा तो समझ में आ गया लेकिन आप राज्य दमन का विरोध करते हैं या समर्थन. ये तो बताइये महाराज.J.P. NARELAnoreply@blogger.com