tag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post3298876558110642506..comments2023-07-14T09:31:39.420-04:00Comments on जनज्वार ब्लॉग : बाबा से नेता बन गये रामदेवUnknownnoreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-32974811426143788582011-06-07T07:55:34.310-04:002011-06-07T07:55:34.310-04:00अजय प्रकाश के पक्ष - विपक्ष वालों को मेरा सफ़ेद सला...अजय प्रकाश के पक्ष - विपक्ष वालों को मेरा सफ़ेद सलाम और एक सलाह भी धीरे से. अजय प्रकाश ने अपनी बात कह दी और उसकी बात समझ में आ गयी. अरे भाई वह राष्ट्रवादी किस्म का वामपंथी है. यह सुभ लक्षण माओवादी वामपंथियों में देखा जाता है. अब इसका पता लगाने का जिम्मा तो दिग्विजय सिंह को है कि अजय प्रकाश माओवादी है या राष्ट्रवादी. खतरा तो दोनों से है कांग्रेस को. वैसे भी लाल से केसरिया होने में या केसरिया से लाल होने में समय ही कितना लगता है.चार्वाकnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-44289936778643869342011-06-07T03:01:57.571-04:002011-06-07T03:01:57.571-04:00जहाँ भक्तों/जनता की इतनी भीड़ हो वहां ला एंड आर्डर...जहाँ भक्तों/जनता की इतनी भीड़ हो वहां ला एंड आर्डर बनाए रखना मुश्किल है,लेकिन इसकी आड़ लेकर जनता के लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन करना नाजायज एवं खतरनाक प्रवृत्ति है. जो सरकार लोकतंत्र के नाम पर कारसेवकों को अयोध्या में विवादित मस्जिद ढहाने तक की छूट देती है. उसका दिल्ली में इतना चौकन्ना आपरेशन उसके असुरक्षा बोध को ही दर्शाता है. राहुल गाँधी को भट्टा पारसौल ही दिखता है,दिल्ली का रामलीला मैदान नहीं. बाबा रामदेव हिन्दू दर्शन (ब्राह्मण वाद/धारा) में आस्था रखने वाले अब्राह्मण योगगुरु हैं न कि महज धर्म-निरपेक्ष शरीर विज्ञानी. सच है कि जनता का गुस्सा बढ़ रहा है लेकिन साम्प्रदायिक/जातिवादी शक्तियों को उसका फायदा उठाने से रोकना होगा. बाबा का राजनीतिक आन्दोलन इंडीपेंडेंट होकर भी संघ के साये से मुक्त नहीं है. रामदेव निजी तौर पर सामाजिक रूप से पिछड़े/दलित वर्ग से सहानुभूति रख सकते हैं, पर उनकी रामराज्य पार्टी में उनकी दशा हनुमान व शम्बूक जैसी रहने की ही सम्भावना है.Niranjan Singhnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-61088952628548248102011-06-07T00:51:04.869-04:002011-06-07T00:51:04.869-04:00आपके मुताबिक अन्ना हजारे कम्यूनल और रामदेव कम्यूनल...आपके मुताबिक अन्ना हजारे कम्यूनल और रामदेव कम्यूनल नहीं है। इस सोच का आधार क्या है। एक ही मसले पर बाबा रामदेव का समर्थन और अन्ना का विरोध का क्या मतलब है। मामला कुछ गड़बड़ लगता है।जेपी नरेलाnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-45528500033803589342011-06-07T00:42:26.828-04:002011-06-07T00:42:26.828-04:00प्रिय मित्र
अरुंधती राय का उधाहरण इसलिए आवश्यक है ...प्रिय मित्र<br />अरुंधती राय का उधाहरण इसलिए आवश्यक है की जिस बात को पूरा देश एवं देशभक्त कह रहे है की कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है<br />उस विषय पर गिलानी एवं राय जी अपनी झूटी एवं सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने को पाकिस्तान की चाटुकारिता करने को इन्होने देश की राजधानी में बड़े भद्दे एवं भोडे और हम भारत वासिओ का दिल चीरने वाले बयान उन्होंने दिए जो की लोकतंत्र का उपहास उड़ने वाले थे ,अस्थिरता पैदा करने वाले थे<br />परन्तु इस रिमोट संचालित सरकार उनमे कुछ नजर नहीं आया बल्कि उन्हें शानो शोकत के साथ सम्मान दिया सुरक्षा दी<br />माना की लोकतंत्र में सबको कहने की अपनी बात करने की इजाज़त है परन्तु इसका अर्थ ये नहीं हो जाता की हम देश द्रोही बाते करे समाज में आग लगाने वाले बयान दे मुझे यकीन ही नहीं पूरा विश्वास है की यदि महात्मा गाँधी ने भी आज ये अनसन किया होता तो ये सरकार उनका भी यही हस्र कराती एवं राम राज्य के युग के सीता माँ पर लांछन लगाने वाले लोगो की भांति आज भी महात्मा गाँधी पर ये लांछन लगाये जाते की वो महिलाओ का लडकियों का हाथ पकड़ कर चलते है<br />ये लोग तो भगवान् श्री कृष्ण को भी नहीं बक्शते है और ऐसे ही भद्दे आरोप आज बाबा पर लगाये जा रहे है . हलाकि मेरा किसी भी पार्टी से या संगठन से कोई ताल्लुक नहीं है परन्तु अमुक पार्टी या संगठन से देश को खतरा है इस प्रकार का वकतव्य, मात्र कुटिल कुतर्क है<br />जिस पर में टिपण्णी नहीं करूँगा<br />भारत शर्मा<br />9810179069Bharathttps://www.blogger.com/profile/02716310567847613792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-60436738315127744872011-06-06T23:21:22.979-04:002011-06-06T23:21:22.979-04:00क्यूँ भारत, इस पुरे विमर्श में अरुंधती को बीच में ...क्यूँ भारत, इस पुरे विमर्श में अरुंधती को बीच में लाने की क्या जरुरत है. बाबा रामदेव के चेले कांग्रेस की बर्बरता का तो विरोध करना चाहते है पर इसे अपने इस्तेमाल के लिए बचाना भी चाहते है. मतलब तानाशाही आदिवासी किसान मजदूर के खिलाफ हो तो ठीक लेकिन बाबा के खिलाफ हो तो बेठीक. भारत ये पाखण्ड के सिवा कुछ नहीं है. और यदि यह पाखंड का दर्शन तुमने बाबा की सोहबत में सिखा है तो बाबा यह साफ़ है की बाबा बहुत खतरनाक फासिस्ट दर्शन चेलों को दे रहे है. जितना खतरा तानाशाही का कांग्रेस से है उतना ही खतरा बाबा, बी जे पी. , आर एस एस से भी है.पवन, देहरादूनnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-27639941727610076342011-06-06T15:29:01.920-04:002011-06-06T15:29:01.920-04:00भारतीय लोकतंत्र दुनिया का सबसे अच्छा लोकतंत्र माना...भारतीय लोकतंत्र दुनिया का सबसे अच्छा लोकतंत्र माना जाता है और लोकतंत्र हमें बोलने की आज़ादी ,शांतिपूर्ण आन्दोलन की आज़ादी देता है.<br />वैसे भरत जी आपको बताना चाहूँगा की अरुंधती रॉय भी इसी देश की नागरिक है अर्थात भारतीय नागरिक है,तो उन्हे भी आपने विचार रखने का पूरा हक है.यह कौन सा इन्साफ है अगर रामदेव कुछ बोले तो लोकतंत्र है,अरुंधती रॉय कुछ बोले तो वह अस्थिरता पैदा करने वाली हो जाती है.<br />मनमोहन सिंह जो कातिल है उन किसानो का जो आत्म हत्या करने के लिए मजबूर किया जा रहा है,उन मासूम आदिवासियों का जो विकास के नाम पर गोलियों का शिकार हो रहे है,उन मजदूरो का जो भूखे मर रहे है,वह बेचारा हो जाता है और जो लोग उसका विरोध करते है वे अस्थिरता पैदा करने वाले हो जाते है.<br /><br />वाह रे भारतीय लोकतंत्र तेरे रूप अनेक कभी कातिल,कभी बाबा,कभी बेचारा.<br /><br /><b>कातिल बाजीगर</b><br /><br />बाजीगर की बाजीगरी<br />तेरी समझ मे नहीं आती<br />बड़ा शातिर है बाजीगर<br />तेरे बदन से खून निकल कर<br />करता खून का रूपांतरण<br />फिर इस रूपांतरित रक्त को<br />संपत्ति कहकर<br />लगता है आपनी मोहर.कृष्ण भट्टाराई,भोपालnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-2414196647419346012011-06-06T14:26:42.066-04:002011-06-06T14:26:42.066-04:00बाबा को एक और बालकृष्ण मिल गये। जय हो!
कॉग्रेस की...बाबा को एक और बालकृष्ण मिल गये। जय हो!<br /><br />कॉग्रेस की आलोचना इस बात के लिए हो सकती है कि उसके चार मंत्री इस चिरकुट बाबा के पीछे चार दिन तक क्यों लगे रहे। <br /><br />बाकी रामलीला मैदान में जो कुछ हुआ उसकी मुख्य जिम्मेवारी रामदेव की है। भगोड़ा रामदेव उसकी संस्था द्वारा संचालित एक कालेज की लड़कियों को human shield की तरह इस्तेमाल करता रहा। कोई भी कायदे का राज्नीतिक व्यक्ति ऎसे अवसरों पर सम्मानपूर्वक गिरफ्तारी देता है और अपने समर्थकों के लिए परेशानी नहीं पैदा करता है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-15957141599375476422011-06-06T12:51:06.023-04:002011-06-06T12:51:06.023-04:00आदरणीय अजय प्रकाश जी
मै आपसे पूर्णतः सहमत हूँ. हम...आदरणीय अजय प्रकाश जी<br />मै आपसे पूर्णतः सहमत हूँ. हमारे देश में लोकतंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा है इस समय केंद्र सरकार पूर्णतः शर्महीन हो गयी है संविधान का उपहास उड़ाया जा रहा है<br />आज हमे इस सरकार से भय होने लगा है इसकी देश भक्ति की मंशा पर शंका होने लगी है पता नहीं रिमोट संचालित सरकार कब क्या करदे, हम माननीय उच्च न्यायालय की ओर आशा भरी आँखों से देख रहे है<br />मुझे यकीन है जितनी पीड़ा मुझे ,आपको,एवं प्रत्येक जन मानस को हो रही है उतनी ही पीड़ा उस रात के केंद्र सरकार द्वारा किये षड़यंत्र के पश्चात माननीय मनमोहन सिंह जी को भी हो रही होगी परन्तु वो भी हमारी तरह बेबस है कमजोर है परन्तु उनमे इच्छा शक्ति का आभाव है<br />इस दुखद एवं गंभीर साजिश के आगे महाभारत काल का लाक्षाग्रह कांड भी फीका पड़ गया<br />हमारे देश की राजधानी मे इस भ्रष्ट सरकार को अरुंधती राय जेसे, गिलानी जेसे लोगो के अस्थिरता पैदा करने वाले वक्तव्य सुनायी नहीं देते उन्हें रोकने के उलटे उन्हें सुरक्षा सम्मान दिया जाता है<br />परन्तु कोई भ्रष्टाचार की बात करे तो उन्हें देशद्रोह नजर आता है अनशन करे तो भगवा रंग दिखाई देता है साम्प्रदायिकता नजर आती है<br />इनकी साम्प्रदायिकता की परिभाषा क्या है ये पूरे देश को पता है.<br />आपसे मुझे उम्मीद ही नहीं विश्वास है आप इसी प्रकार अपने सत्य विचार निर्भीख होकर रखे .<br /> मै आपके विचारो का पूर्ण सम्मान करता हूँ <br />अमन बेच देंगे ,चमन बेच देंगे<br />मुर्दों के ये तो कफ़न बेच देंगे<br />कलम के सिपाही अगर सो गए तो<br />ये वतन के मसीहा वतन बेच देंगे<br />भारत शर्माBharathttps://www.blogger.com/profile/02716310567847613792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-35343540751032652602011-06-06T10:11:16.729-04:002011-06-06T10:11:16.729-04:00लेख महत्वपूर्ण सवाल उठता है. कब तक भारतीय लोकतंत्...लेख महत्वपूर्ण सवाल उठता है. कब तक भारतीय लोकतंत्र कांग्रेस बनाम अन्य दल/संगठन बना रहेगा. बाबा रामदेव के शांतिपूर्ण आन्दोलन पर हिंसक हमले करना भारत के लोकतंत्र के खिलाफ है. भारत की जनता यदि हिदुत्ववादी तानाशाही नहीं चाहती तो वह 'सेक्युलर' तानाशाही भी पसंद नहीं करती. <br />कांग्रेस सरकार की सरेआम हिंसा से यह जाना जा सकता है कि भारत के जंगलों में जहाँ मीडिया नहीं पहुच सकता वहा ये गरीब किसान आदिवासियों से किस तरह पेश आती है. भारत के गाँव आज कांग्रेस नीत सरकार के खुनी प्रयोगशाला बन गए है. बड़े उद्योगिक घरानों की दलाली करने में इस सरकार ने अपने पुराने रिकार्ड तोड़ दिए है. मनमोहन, चिदंबरम गुट क़त्ल करता है तो दिग्विजय 'मरहम' लगाने पहुच जाते है. लेकिन अब ये सरे नाटकबाज़ एक साथ खड़े होगये है. <br />भारत के लोकतंत्र के लिए कांग्रेस सबसे बड़ा खतरा है. यह दो मुह वाला साप है.कृष्ण भट्टाराई, भोपालnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7405511104012700211.post-13037519942804237252011-06-06T08:25:27.116-04:002011-06-06T08:25:27.116-04:00lagta h ajayprakash ne RSS join kar li hlagta h ajayprakash ne RSS join kar li hAnonymousnoreply@blogger.com